अक्षय स्नेह
हर पल में बस आज की खुशी हो,
हर मुश्किल में मेरा जहाज अडिग हो।
मुझे नफरत नहीं है सुकून से,
पर मुश्किलों से प्यार हो, साथी हो एक पूर्ण प्रेमी से।
क्या देखा है कभी ऐसा कोई प्रियतम?
क्या है यह उसके चेहरे की अद्भुत चमक,
या है चाँदनी की एक झलक?
मानव जाति का सबसे सुंदर रूप,
जिसमें हर अंश में दिखे बुद्धि और रूप।
एक नजर और शब्द भी खो जाएं उसके आगे,
समुद्री आँखों में झलकते आसमान, लगता जैसे स्वर्ग पास है।
उसकी मुस्कान, जैसे रात में एक उजली किरण,
एक मासूम दिल, एक पवित्र आत्मा, जैसे एक जगमगाता जीवन।
उसकी आँखों की गहराई जैसे समंदर की लहरें,
उसके चेहरे की चमक, जैसे सुबह की पहली किरणें।
उसकी खूबसूरती की तारीफ में शब्द भी कम पड़ जाएं,
सारी तारीफें उसके ख़ालिक़ को, जिसने उसे बनाया है।
© keanu ellery
हर मुश्किल में मेरा जहाज अडिग हो।
मुझे नफरत नहीं है सुकून से,
पर मुश्किलों से प्यार हो, साथी हो एक पूर्ण प्रेमी से।
क्या देखा है कभी ऐसा कोई प्रियतम?
क्या है यह उसके चेहरे की अद्भुत चमक,
या है चाँदनी की एक झलक?
मानव जाति का सबसे सुंदर रूप,
जिसमें हर अंश में दिखे बुद्धि और रूप।
एक नजर और शब्द भी खो जाएं उसके आगे,
समुद्री आँखों में झलकते आसमान, लगता जैसे स्वर्ग पास है।
उसकी मुस्कान, जैसे रात में एक उजली किरण,
एक मासूम दिल, एक पवित्र आत्मा, जैसे एक जगमगाता जीवन।
उसकी आँखों की गहराई जैसे समंदर की लहरें,
उसके चेहरे की चमक, जैसे सुबह की पहली किरणें।
उसकी खूबसूरती की तारीफ में शब्द भी कम पड़ जाएं,
सारी तारीफें उसके ख़ालिक़ को, जिसने उसे बनाया है।
© keanu ellery