...

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हास्य-व्यंग्य काव्य / बेवकूफ गधे
हम तेरे प्यार में बेवकूफ गधे..
रेंक.. रेंक कर दिल भूनेंगे
झूक..झूककर सलाम भरेंगे
मर मरकर सांस निकालेंगे
जी जीकर पूंछ मुंडवाएंगें ,
हंस हंसकर जी हजूरी पढ़ेंगें ।

हम तेरे प्यार में बेवकूफ गधे..
रखकर हुक्म सर बालों पर
दिहाड़ी मजदूरी से गंजे बनेंगे
खून-पसीने से नंगें चलेंगे
लात-घूंसे-झापड़ से बिमार...