सच में तुम कौन हो?
गर तुम सिर्फ़ एक लड़की होती
तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता
इसलिए कि और भी लड़कियाँ मिल जायेंगी
पर तुम तो कुछ और ही हो
शायद कोई आत्मज्ञानी जो आत्मज्ञान कराने आई मुझे
कोई ऐसा एहसास जो अजीब है
एकदम सरल, चंचल, सुगंधित ईश्वरत्व की ओर ले जाने...
तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता
इसलिए कि और भी लड़कियाँ मिल जायेंगी
पर तुम तो कुछ और ही हो
शायद कोई आत्मज्ञानी जो आत्मज्ञान कराने आई मुझे
कोई ऐसा एहसास जो अजीब है
एकदम सरल, चंचल, सुगंधित ईश्वरत्व की ओर ले जाने...