कभी जान
कभी जान
तो कभी जहान नजर आती है
हर लय पर
याद तेरी मुस्कान नजर आती है
खोया खोया
दिल लिए अरमान नजर आती है
सपने सारे जगत के
उम्मीद लिए तमाम नजर आती है
क्या करूं क्या भरूं पता नहीं
वक्त याद तेरी जान नजर आती है
लिएं उम्मीद की आभा
सरा जहान नजर आती है
घुल जाता हूं तुझमें
आंखों में तेरी अखियां जान नजर आती है
सारी दुनिया बाद में
पहले जान तू मेरी दिलेहिंदुस्तान नजर आती है
पलख पर उतार कर देखूं
तेरी बड़ी गुबान नजर आती है
जैसे लहरों पर
कोई नौका थाम नजर आती है
समंदर सीतारा
तेरी नजरों में चांद नजर आती है
तुम्हें उतार कर दिल में रखूं
तुम बहुत सुंदर दिल इंसान नजर आती है
...
तो कभी जहान नजर आती है
हर लय पर
याद तेरी मुस्कान नजर आती है
खोया खोया
दिल लिए अरमान नजर आती है
सपने सारे जगत के
उम्मीद लिए तमाम नजर आती है
क्या करूं क्या भरूं पता नहीं
वक्त याद तेरी जान नजर आती है
लिएं उम्मीद की आभा
सरा जहान नजर आती है
घुल जाता हूं तुझमें
आंखों में तेरी अखियां जान नजर आती है
सारी दुनिया बाद में
पहले जान तू मेरी दिलेहिंदुस्तान नजर आती है
पलख पर उतार कर देखूं
तेरी बड़ी गुबान नजर आती है
जैसे लहरों पर
कोई नौका थाम नजर आती है
समंदर सीतारा
तेरी नजरों में चांद नजर आती है
तुम्हें उतार कर दिल में रखूं
तुम बहुत सुंदर दिल इंसान नजर आती है
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