आख़िर क्यों
आख़िर क्यों
जो दिल कभी अजनबी थे
एक हो गए??
आख़िर क्यों
जो बातें कुछ पलों की होती थी
रातों तक चलने लगी??
आख़िर क्यों ???
तेरे इन्ही सवालों को
शब्दों में उतारा है मैंने
तेरे दिल की धड़कनो को
गीतों में सजाया है...
जो दिल कभी अजनबी थे
एक हो गए??
आख़िर क्यों
जो बातें कुछ पलों की होती थी
रातों तक चलने लगी??
आख़िर क्यों ???
तेरे इन्ही सवालों को
शब्दों में उतारा है मैंने
तेरे दिल की धड़कनो को
गीतों में सजाया है...