...

3 views

तुम्हारी राह
तुम्हारी राह देखते देखते
काफी वक्त बीत गया
शायद तुम्हे हमारी चाह नही है
चलो ये जमाना जीत गया

तुम्हारी आस में बैठे बैठे
आखों में आसू झलक उठा
शायद तुम्हे हम याद भी नहीं
चलो अब कोई बात नही

तुम्हारे चेहरे की याद में खोते खोते
ना जाने कितनी रात बीत गई
शायद तुम्हे फुरसत नहीं
चलो हम एक दूजे के मीत तो नही

© Rohini Tiwari