...

31 views

........
आज देखा खुद को
उन पुरानी तसवीरो में ,

जहां हसने के लिए
किसी तमीज की जरूरत नही थी
और रोने के लिए
किसी तनहाई की ,

जिन्दगी सिखाती गई
हम सीखते गए ,

ऐसे नही...