सावन की अगन।
समन्दर का पानी खप गया
आग बुझाते बुझाते,
उसने तेरी जुल्फों को सिरे किया,
अंदर से जल बुझ के खाक होगया में,
उस दिन...
आग बुझाते बुझाते,
उसने तेरी जुल्फों को सिरे किया,
अंदर से जल बुझ के खाक होगया में,
उस दिन...