...

10 views

असहिष्णु
हो भट समर्थ और
समक्ष गर अन्याय हो
सहिष्णु हो मूक हो
तो क्लीव का पर्याय हो

अगर दनुज के पक्ष में
खड़ा अगर द्विज हो
हो गुरू विशिष्ट कोई
या कि कुल क्षितिज हो

रक्त नदी के तीर पर
फिर उसका श्राद्ध हो
दुष्टता का अंत हो
चाहे वो कितनी भी अगाध हो


कैलाश