जीवन
हर साल नया वर्ष आने का इंतजार रहता है
जीवन भी अब कुछ कम दिन ही साथ चलने को कहता है
एक ही प्रेम से इस तरह खुशियां धुली हैं जीवन की
कि कहीं भी खुशी...
जीवन भी अब कुछ कम दिन ही साथ चलने को कहता है
एक ही प्रेम से इस तरह खुशियां धुली हैं जीवन की
कि कहीं भी खुशी...