कुछ है ही
हर दम हर दफ़ा हर मोड़ पर मिलते हो
क्या है इश्क़ सा कुछ या यूँ ही मिलते हो
मुझे याद है एक बार तोड़े थे फ़ूल
और न जाने कितने दिल साथ में
हमसे ही है कुछ खास अह्सास जुड़ा
या हर किसी से ही ऐसे मिलते हो।।
कहते हैं बड़े पहरे हैं रहते
हर दरों दीवार पर तुम्हारे
पर सारे बंधन तोड़ कर
जिस तरह से मुझसे मिलते हो
क्या ऐसे ही मिलते रहोगे सदा
जिस तरह से अभी मिलते हो..!!
© Princess cutie
क्या है इश्क़ सा कुछ या यूँ ही मिलते हो
मुझे याद है एक बार तोड़े थे फ़ूल
और न जाने कितने दिल साथ में
हमसे ही है कुछ खास अह्सास जुड़ा
या हर किसी से ही ऐसे मिलते हो।।
कहते हैं बड़े पहरे हैं रहते
हर दरों दीवार पर तुम्हारे
पर सारे बंधन तोड़ कर
जिस तरह से मुझसे मिलते हो
क्या ऐसे ही मिलते रहोगे सदा
जिस तरह से अभी मिलते हो..!!
© Princess cutie