...

8 views

तू मेरी छाँव
धुंध जो बन बैठूं मैं दिन की,
स्याह बादल तुम बन जाना,

लिपट कर रो लूं तुझ में ही कहीं,
ऐसी अनवरत बरसात बन जाना..

जिस्म में रूह की भूख बन जाना,
प्यासे इस दिल की...