सिर्फ दिखावा है
ना प्यार बचा दिलों में पैठा हैं सिर्फ छलावा,
हक़ीक़त की कोई कीमत ही नहीं,
बिक रहा हर ओर दिखावा हैँ |
अब ना निहारता लहरों को
कोई सागर किनारे,
भाति हैँ तो केवल मॉल की ऊँची मीनारें
चारों तरफ नुमाइशों का जमवाड़ा हैँ,
बिक रहा हर ओर दिखावा हैँ |
अब ना देखता कोई वादियों के हसीन नज़ारे,
तलब रहती की मौज में हैँ दुनिया को दिखा दें,
फोटो खींच सोशल...
हक़ीक़त की कोई कीमत ही नहीं,
बिक रहा हर ओर दिखावा हैँ |
अब ना निहारता लहरों को
कोई सागर किनारे,
भाति हैँ तो केवल मॉल की ऊँची मीनारें
चारों तरफ नुमाइशों का जमवाड़ा हैँ,
बिक रहा हर ओर दिखावा हैँ |
अब ना देखता कोई वादियों के हसीन नज़ारे,
तलब रहती की मौज में हैँ दुनिया को दिखा दें,
फोटो खींच सोशल...