मेहनत करतें चलो आगें बड़ते चलो
किताबों से कर लो दोस्ती,
कलम से दिल लगा लो।
तुम हारने बालों में से नही हो,
यह सबको बता दो।
जब करोगे दिन रात एक कर के मेहनत,
तभी तुम्हारी नईया पार होगी।
और इस प्यार मोहब्बत मे कुछ नही रखा,
जिस दिन तुम कुछ बन जाओगे,
तुम्हें चाहनेवाले हजारों होगे।
"आशीष कुमार शर्मा "
© All Rights Reserved
कलम से दिल लगा लो।
तुम हारने बालों में से नही हो,
यह सबको बता दो।
जब करोगे दिन रात एक कर के मेहनत,
तभी तुम्हारी नईया पार होगी।
और इस प्यार मोहब्बत मे कुछ नही रखा,
जिस दिन तुम कुछ बन जाओगे,
तुम्हें चाहनेवाले हजारों होगे।
"आशीष कुमार शर्मा "
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