आसमान भी झुकता है...
शुरुआत तो करो.....
ये सोच के कि पता नहीं क्या होगा
तेरी किस्मत सोती ही रहेगी
तू रुक जायेगा तो क्या
ज़िन्दगी तो चलती ही रहेगी !!
शुरु तो कर... कुछ कदम तो बढ़ा....
आज नहीं तो कल ये असमा भी झुकेगा....
तेरे होंसलो से कहानियाँ लिखी जाएंगी....
क़ुरबानी तेरी...
ये सोच के कि पता नहीं क्या होगा
तेरी किस्मत सोती ही रहेगी
तू रुक जायेगा तो क्या
ज़िन्दगी तो चलती ही रहेगी !!
शुरु तो कर... कुछ कदम तो बढ़ा....
आज नहीं तो कल ये असमा भी झुकेगा....
तेरे होंसलो से कहानियाँ लिखी जाएंगी....
क़ुरबानी तेरी...