सहारा।
तु नही,
पर तेरे से अचछे बुरे बहुत से लोग मिले;
बटकते इनसान को किसी ना किसी से तो सहारा मिलता ही है ना ।।
पर तेरे से अचछे बुरे बहुत से लोग मिले;
बटकते इनसान को किसी ना किसी से तो सहारा मिलता ही है ना ।।