हुनर
कितना बड़ा शातिर रहा होगा
आखिर वो इंसान ,,
जिसने पीड़ि दर पीडी अपनों को ही छला होगा ,,
वेसे बे शक कदर करते हैं हम
उनके हुनर की ,,
जिसने खुद अपने बल बूते कभी
शिखर को चूमा होगा ,,
जब भी आगे बढ़ने की बात
अपनों की आई होगी
तब तब हाथो में थमा के बैशाकी
हुनर को छीना होगा ,,
© jitensoz
आखिर वो इंसान ,,
जिसने पीड़ि दर पीडी अपनों को ही छला होगा ,,
वेसे बे शक कदर करते हैं हम
उनके हुनर की ,,
जिसने खुद अपने बल बूते कभी
शिखर को चूमा होगा ,,
जब भी आगे बढ़ने की बात
अपनों की आई होगी
तब तब हाथो में थमा के बैशाकी
हुनर को छीना होगा ,,
© jitensoz