देश की ख़ातिर
#कफ़न
सूर्य करेगा अगवानी फ़िर चाँद नज़र उतारेगा,
हर बालक देश की रक्षा हेतु देखो अब हुंकारेगा,
सर पर होगा कफ़न हमारे हाथ कलावा धारेगा,
देश की रक्षा के ख़ातिर दुश्मनों से लड़ जायेगा।
एक-एक सिपाही हमारा सौ के बराबर होगा,
आँखें उठाकर जो भी देखे उसे सबक सिखायेगा,
मातृभूमि से प्रेम उसका जग के सामने आयेगा,
उसकी रक्षा करते-करते तब वो शहीद हो...
सूर्य करेगा अगवानी फ़िर चाँद नज़र उतारेगा,
हर बालक देश की रक्षा हेतु देखो अब हुंकारेगा,
सर पर होगा कफ़न हमारे हाथ कलावा धारेगा,
देश की रक्षा के ख़ातिर दुश्मनों से लड़ जायेगा।
एक-एक सिपाही हमारा सौ के बराबर होगा,
आँखें उठाकर जो भी देखे उसे सबक सिखायेगा,
मातृभूमि से प्रेम उसका जग के सामने आयेगा,
उसकी रक्षा करते-करते तब वो शहीद हो...