पंख
एक नन्ही सी चिड़िया
जो चहचहा नहीं पाती है
अनंत प्रयास के बाद भी
सुर अपने छेड़ नहीं पाती है,
ईश्वर की दुविधा कहूं
या नियति का निर्दय व्यवहार
घोंसला बनाती है अपना वह
परन्तु
उसकी मधुरता को सुन नहीं पाती है।
© Annu Rani💦
जो चहचहा नहीं पाती है
अनंत प्रयास के बाद भी
सुर अपने छेड़ नहीं पाती है,
ईश्वर की दुविधा कहूं
या नियति का निर्दय व्यवहार
घोंसला बनाती है अपना वह
परन्तु
उसकी मधुरता को सुन नहीं पाती है।
© Annu Rani💦