डर लगता हैं मुझको मरनेसे
तन्हाई मेरी मुझे दस्तके देती हैं इसकदर
सन्नाटा भी गुंज उठता हैं जरा जरासी आहट से
हवा भी छुकर अगर तन को निकल जाती तों
जख्म भी दिलं के जल के...
सन्नाटा भी गुंज उठता हैं जरा जरासी आहट से
हवा भी छुकर अगर तन को निकल जाती तों
जख्म भी दिलं के जल के...