...

1 views

गुरु परमात्मा
समर्पण से वह भी दिखने लग जाता है जो अब तक देखा ही नहीं गया है, जबकि झूठे ज्ञान और बिना गुरु की जिंदगी से कुछ दिखाई ही नहीं पड़ता, और अकड़ और पैदा हो जाती है कि आप कुछ जानते हैं।संसार में दिक्कत यह नहीं है कि लोग बहुत कम जानते हैं, यह दिक्कत नहीं है, बल्कि दिक्कत यह है कि लोग इतना सारा जानते हैं लेकिन वे जैसा जानते हैं वैसा बिल्कुल नहीं है, वे झूठी सूचनाओं के साथ ही अपनी जिंदगी गुजार देते हैं, सत्य का तो उन्हें मृत्यु तक आभास ही नहीं हो पाता। जो समर्पित शिष्य हैं वे कभी नहीं पूछते ईश्वर कहाँ है? कैसा है? वे गुरु का हाथ पकड़ते हैं, और यही गुरु ईश्वर तक पहुँचने का सेतु बन जाता है, मार्ग बन जाता है, फिर सब-कुछ दिखाई देने लगता है जो अब तक दिखाई नहीं पड़ता था। गुरु वही जो आँख दे, दृष्टि दे ।
© 🌍Mr Strength