आख़री साँस पे मेरा इंतक़ाम आया
आख़री साँस पे मेरा इंतक़ाम आया है..
ना कोई ख़त और ना कोई पैग़ाम आया है..
उसका हाथ किसी और के हाथ मे है,
और मेरे हाथ मे शराब का जाम आया है..!
© Abhishek
ना कोई ख़त और ना कोई पैग़ाम आया है..
उसका हाथ किसी और के हाथ मे है,
और मेरे हाथ मे शराब का जाम आया है..!
© Abhishek