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चाॅंद
अक्सर मुझे अपना चाँद कहता है वह
मेरे लिए रातों को भी जगता है वह
अगर दीदार ना हो उसको मेरा
शब-भर छत पर टहलता है वह
भर ले जो बादल आगोश में मुझे
पागल बादल से भी जलता है वह
क्या बताऊ दिवानगी उसकी
मेरे लिए सितारों से भी लड़ता है वह
ये जानता है रात को ही नजर आउगी मैं
फिर भी दिन भर इंतज़ार करता है वह
© sheenam
#Chand
#Feelings
#didar
#sheenam
#yqwriter
#yourquote
मेरे लिए रातों को भी जगता है वह
अगर दीदार ना हो उसको मेरा
शब-भर छत पर टहलता है वह
भर ले जो बादल आगोश में मुझे
पागल बादल से भी जलता है वह
क्या बताऊ दिवानगी उसकी
मेरे लिए सितारों से भी लड़ता है वह
ये जानता है रात को ही नजर आउगी मैं
फिर भी दिन भर इंतज़ार करता है वह
© sheenam
#Chand
#Feelings
#didar
#sheenam
#yqwriter
#yourquote
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