ठहर जाओ ज़रा
ठहर जाओ ज़रा
के दिल मे अभी भी कुछ
बाकी है
के दिल को बहलाता हूं
सहलाता हूं
कभी कभी झूठ बोल कर
फुसलाता हूं
के दिल मे अभी भी तुम हो
ठहर जाओ ज़रा
नजरें ये तेरी
मेरी सांसें रोक देती हैं
के दिल की धड़कन
भी इनका राबता करना
चाहे सदा
ठहर जाओ ज़रा
ज्यादा नही बस इस उम्र के लिए।
–वर्तिका मोदी
© Vartika Modi
के दिल मे अभी भी कुछ
बाकी है
के दिल को बहलाता हूं
सहलाता हूं
कभी कभी झूठ बोल कर
फुसलाता हूं
के दिल मे अभी भी तुम हो
ठहर जाओ ज़रा
नजरें ये तेरी
मेरी सांसें रोक देती हैं
के दिल की धड़कन
भी इनका राबता करना
चाहे सदा
ठहर जाओ ज़रा
ज्यादा नही बस इस उम्र के लिए।
–वर्तिका मोदी
© Vartika Modi