Ghazal 12: शहर भर से दिल लगाया फिर ये पाया...
शहर भर से दिल लगाया फिर ये पाया
ये दिल जब भी दुखा अपनों ने दुखाया
जब भी हारे, अपने से हारे, अपनों से हारे
फिर उनकी खुशी में अपना मातम मनाया
न्याय किया, ख़ुद को मौत की...
ये दिल जब भी दुखा अपनों ने दुखाया
जब भी हारे, अपने से हारे, अपनों से हारे
फिर उनकी खुशी में अपना मातम मनाया
न्याय किया, ख़ुद को मौत की...