...

9 views

मुझे मुनासिब होना पसंद आया
बहुत से लोग हैं दुनिया में
सबके अपने अलग विचार है..
खुद के विचारो में..
मुझे मुनासिब होना पसंद आया

कोई किसी को रुलाता है...
तो,कोई तड़पाता है
कुछ उनके लिए जीना...
मुझे मुनासिब होना पसंद आया

उनको खुशियां देना...
ग़म से बाहर निकालना...
कुछ उनके लिए कर गुजरना..
मुझे मुनासिब होना पसंद आया।

भेदभाव नहीं है..दयावान बनना है...
खुद के ऐसे निर्णय पे..
मुझे मुनासिब होना पसंद आया।

@kalyani