...

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कभी -कभी #यूँही 🖊️💫 🌧️

बड़े हज़ूर का आया पैग़ाम
सब हाज़िर हों दरबार में
कौन किधर गया है
बुलाओ आज के आज में,
कह दिया हमने भी
हम ना अब आएंगे
भेज दो जहाँ मर्ज़ी
दे दो कोई भी सज़ा हमें
ईमान से ना डगमगायेंगे,
तुम्हारा ईनाम मुबारक तुमको
हम अपना फटा झोला ही ले जाएंगे,
जाते- 2 हज़ूर को सलाह नाचीज़ की
रंगीन सफीने जो दिखते आज
वही आपको ले डूबेंगे
हमारा क्या !
आज खाली, कल भी फ़कीर
चले गए एक बार तो फिर ना लौटेंगे।

© संवेदना
#यूँही
#किस्से_ज़िंदगी_के