नज्म ए जिंदगी
बदलते मौसम में,
तुम छाँव बन जाओ ना।
कभी जो बहे अँखियाँ,
तुम कांधा बन जाओ ना।
घेरी उलझनों में,
तुम माथे का...
तुम छाँव बन जाओ ना।
कभी जो बहे अँखियाँ,
तुम कांधा बन जाओ ना।
घेरी उलझनों में,
तुम माथे का...