हादसें
हादसें इतने हुए की हादसों की आदत हो गयी,
दिल टूटा कई बार तो जज़्बातों की शहादत हो गयी |
क्यों अता किया खुदा ने मुझे हस्सास तबियत?
मेरी नरमी मेरे टूटने की वजाहत...
दिल टूटा कई बार तो जज़्बातों की शहादत हो गयी |
क्यों अता किया खुदा ने मुझे हस्सास तबियत?
मेरी नरमी मेरे टूटने की वजाहत...