बूझो तोह जानो
#दमड़ी
चमड़ी रगड़ करता है
दमड़ी रंग भरता है
भाव महंग करता है
हु मैं वोह जिस के बदले देते थे लोग गुज़रे ज़माने में कोड़ी बूझो कौन हु मैं मुझे देकर हि तुम खाना खाते मुझे से तुम्हारा रोटेशन है, रोटेशन से हि सारा संसार है मुझसे हि सडक, कॉलेज, स्कूल बने बूझो कौन हु मैं
© himmi_098
चमड़ी रगड़ करता है
दमड़ी रंग भरता है
भाव महंग करता है
हु मैं वोह जिस के बदले देते थे लोग गुज़रे ज़माने में कोड़ी बूझो कौन हु मैं मुझे देकर हि तुम खाना खाते मुझे से तुम्हारा रोटेशन है, रोटेशन से हि सारा संसार है मुझसे हि सडक, कॉलेज, स्कूल बने बूझो कौन हु मैं
© himmi_098