तन्हा चांद…….
तन्हा चांद झाक रहा असमान की खिड़की से ,
कुछ गुमसुम , थोड़ा उदास उदास सा ,
खामोशी की चादर में लिपटा हुआ...
कुछ गुमसुम , थोड़ा उदास उदास सा ,
खामोशी की चादर में लिपटा हुआ...