विराम
अक्सर तन्हाइयों में बैठ
लगता है सब से दूर हो जाऊं
अपनी चुलबुलाहट में विराम लगाऊं
और बस चुप हो जाऊं।
मैंने हमेशा सहयोग के लिए
अपना हाथ बढ़ाया
तू मुझपर एहसान ना कर...
लगता है सब से दूर हो जाऊं
अपनी चुलबुलाहट में विराम लगाऊं
और बस चुप हो जाऊं।
मैंने हमेशा सहयोग के लिए
अपना हाथ बढ़ाया
तू मुझपर एहसान ना कर...