मैं भी चलता हूं...🙏✍️✍️ (गजल)
अब कहां किसी को देखकर मचलता हूं
अब छोटी छोटी खुशियों में बहलता हूं
खुद ही खड़ा हो जाता हूं मुस्कुरा कर
राह - ए - जिंदगी में जब फिसलता हूं
मोहब्बत देना तो मेरा कर्म है 'सत्या'
मैं मौसम थोड़े ही ...
अब छोटी छोटी खुशियों में बहलता हूं
खुद ही खड़ा हो जाता हूं मुस्कुरा कर
राह - ए - जिंदगी में जब फिसलता हूं
मोहब्बत देना तो मेरा कर्म है 'सत्या'
मैं मौसम थोड़े ही ...