काश! ऐ वक़्त..............!
/// काश! ऐ वक़्त.....!///
काश! ऐ वक़्त तु मेरा होता,
हो जाते हम भी तेरे,
रौशन होती ये दुनिया मेरी,
कोई तो एक खुशनुमा सबेरा होता।
ऐ वक़्त जो तु मेरा होता!!
एक तेरे इंतजार में खुशियाँ ना हमने गवाया होता,
रेत की भाँति हाथों से जो फिसल गया,
वो सब कुछ हमने भी पाया होता!
काश! ऐ वक़्त तु मेरा होता!!
एक पल के लिए जो तु ठहर जाता,
ये गमों के बादल ना यूँ...
काश! ऐ वक़्त तु मेरा होता,
हो जाते हम भी तेरे,
रौशन होती ये दुनिया मेरी,
कोई तो एक खुशनुमा सबेरा होता।
ऐ वक़्त जो तु मेरा होता!!
एक तेरे इंतजार में खुशियाँ ना हमने गवाया होता,
रेत की भाँति हाथों से जो फिसल गया,
वो सब कुछ हमने भी पाया होता!
काश! ऐ वक़्त तु मेरा होता!!
एक पल के लिए जो तु ठहर जाता,
ये गमों के बादल ना यूँ...