एक चेहरा जो बिल्कुल ग़ज़ल जैसा है!!!
I wrote this for someone special
एक चेहरा जो बिल्कुल ग़ज़ल जैसा है
उल्फ़त-ए- पहले पहल जैसा है
सांचे में ढला है जिस्म नज़्मों सा उसका
वो फूल...
एक चेहरा जो बिल्कुल ग़ज़ल जैसा है
उल्फ़त-ए- पहले पहल जैसा है
सांचे में ढला है जिस्म नज़्मों सा उसका
वो फूल...