चंचल मन
कभी रहता ये मुझसे आगे,
तो कभी मेरे पीछे भागे
कभी रात भर न सोता है,
तो कभी देर से है ये जागे।
कोई तो पूछ ले इस चंचल मन से,
कहां रुकतीं हैं इसकी राहें।।
कभी बारिश में झूमता है,
तो कभी धूप में ये खिलता है।
कभी आसमानों में उड़ता है,
तो कभी पहाड़ों से गिरता है।
कोई तो पूछ ले इस चंचल मन से
ये किस गली में मिलता है।
कभी...
तो कभी मेरे पीछे भागे
कभी रात भर न सोता है,
तो कभी देर से है ये जागे।
कोई तो पूछ ले इस चंचल मन से,
कहां रुकतीं हैं इसकी राहें।।
कभी बारिश में झूमता है,
तो कभी धूप में ये खिलता है।
कभी आसमानों में उड़ता है,
तो कभी पहाड़ों से गिरता है।
कोई तो पूछ ले इस चंचल मन से
ये किस गली में मिलता है।
कभी...