कान्हा दे दो दर्शन तुम।
नैना दर्शन को गए तरस तरस,
मन जाए मचल मचल,
सुद्ध बुद्ध गवा बैठी हूं,
तुम्हें पाने की आस में।
एक तो मोहिनी सूरत ऐसी,
दुजा मोहिनी मन,
दिन-रात नाम तुम्हारा रटती हूं ,
इस आस में की दोगे तुम मुझको दर्शन।
मांग...
मन जाए मचल मचल,
सुद्ध बुद्ध गवा बैठी हूं,
तुम्हें पाने की आस में।
एक तो मोहिनी सूरत ऐसी,
दुजा मोहिनी मन,
दिन-रात नाम तुम्हारा रटती हूं ,
इस आस में की दोगे तुम मुझको दर्शन।
मांग...