बरखा ⛈️🌪️
सनन–सनन चलती पुरवइया ,
घनन–घनन कर आए मेघ।
करें तरु सब ताता–थैया,
देखो ज़रा पवन का वेग ।।
चमक–चमक कर चंचल बिजुरी,
दमक – दमक दमकाती है।
धरा की तपती आत्मा ...
घनन–घनन कर आए मेघ।
करें तरु सब ताता–थैया,
देखो ज़रा पवन का वेग ।।
चमक–चमक कर चंचल बिजुरी,
दमक – दमक दमकाती है।
धरा की तपती आत्मा ...