बातें करनी हैं
बातें करनी हैं,
इन हवाओं से,
मुझे बातें करनी है,
बारीश की बूँदों से।
बातें करनी हैं,
सिर्फ हरी नहीं, सुखी घास से भी,
मुझे बातें करनी है,
उन कोमल फूलों से।
बातें करनी हैं,
हाथों से फिसलती हुईं रेत से,
मुझे बातें करनी हैं,
नदिया...
इन हवाओं से,
मुझे बातें करनी है,
बारीश की बूँदों से।
बातें करनी हैं,
सिर्फ हरी नहीं, सुखी घास से भी,
मुझे बातें करनी है,
उन कोमल फूलों से।
बातें करनी हैं,
हाथों से फिसलती हुईं रेत से,
मुझे बातें करनी हैं,
नदिया...