एक वक्त था।
एक वक़्त था .. जब हम अजनबी हुआ करते थे
एक वक़्त था . जब वो अजनबी हो कर भी अपना सा लगा करता था
एक वक़्त था . जब आंखें सिर्फ उसी को ढूंढा करती थी .
एक वक़्त था .. जब उसे न देखो तो बेचैनी सी हुआ करती थी
एक वक़्त था .. जब सिर्फ आँखों से बात हुआ करती थी
एक वक़्त था .. जब उसकी एक झलक देख कर, बड़ी सी स्माइल हुआ करती थी
एक वक़्त था . जब दिल उससे बात करने के लिए बेचैन रहता था
एक वक़्त था .. जब उसे फेसबुक पर सर्च करा जाता था और उसके न मिलने पे बड़ा अफ़सोस करा जाता था
एक वक़्त था .. जब दिल सिर्फ उसी को याद किया करता था
एक वक़्त था .. जब खवाब भी उसी के आते थे .
एक वक़्त था .. जब हर दुआ में उसका नाम शामिल होता था
एक वक़्त था .. जब उसे खुदा से माँगा जाता था
एक वक़्त था .. जब वो फेसबुक पे मिल गया था मानो दुनिया की साड़ी खुशियां ही मिल गयी हों
एक वक़्त था .. मानो ऐसा लग रहा था रब ने मेरी सुन ली हो
एक वक़्त था … जब हम फ्रेंड्स बन गए थे
एक वक़्त था .. जब सुबह, उसकी फोटो देख के होती थी
एक वक़्त था .. जब उसकी एक ही फोटो को सौ सौ बार देखा जाता था
एक वक़्त था … जब दो मिनट बात करके भी दिन भर खुश रहा जाता था
एक वक़्त था … जब उसके ऑनलाइन आने का घंटों वेट किया जाता था
एक वक़्त था .. जब हम बोलते रहते थे और वो सुनता रहता था
एक वक़्त था … जब एक दिन भी उसकी फोटो देखे बिना रहा नहीं जाता था
एक वक़्त था … जब सिर्फ दिल की सुनी जाती थी
एक वक़्त था .. जब दिल और दिमाग पर सिर्फ उसी का राज होता था
एक वक़्त था .. जब उसकी फोटो न देखो तो दिन सूना सूना सा लगता था
एक वक़्त था .. जब हम उसे अपनी बातों से बोर किया करते थे और उसका रिप्लाई हाँ हूँ हम्म में ख़तम हो जाया करता था
एक वक़्त था .. जब हम दोनों ने प्यार का इज़हार कर दिया था
एक वक़्त था .. जब फ़ोन पे घंटों बात हुआ करती थी
एक वक़्त था .. जब उसका और मेरा रास्ता अलग हो गया था
और एक आज का वक़्त है.. जब उसके होने या न होने से कोई फरक नहीं पड़ता
और एक आज का वक़्त है.. जब दिल में उसके लिए एक भी जगह नहीं है
और एक आज का वक़्त है.. जब हम फिर से अजनबी हो चुके हैं..
© Aditi Jha
एक वक़्त था . जब वो अजनबी हो कर भी अपना सा लगा करता था
एक वक़्त था . जब आंखें सिर्फ उसी को ढूंढा करती थी .
एक वक़्त था .. जब उसे न देखो तो बेचैनी सी हुआ करती थी
एक वक़्त था .. जब सिर्फ आँखों से बात हुआ करती थी
एक वक़्त था .. जब उसकी एक झलक देख कर, बड़ी सी स्माइल हुआ करती थी
एक वक़्त था . जब दिल उससे बात करने के लिए बेचैन रहता था
एक वक़्त था .. जब उसे फेसबुक पर सर्च करा जाता था और उसके न मिलने पे बड़ा अफ़सोस करा जाता था
एक वक़्त था .. जब दिल सिर्फ उसी को याद किया करता था
एक वक़्त था .. जब खवाब भी उसी के आते थे .
एक वक़्त था .. जब हर दुआ में उसका नाम शामिल होता था
एक वक़्त था .. जब उसे खुदा से माँगा जाता था
एक वक़्त था .. जब वो फेसबुक पे मिल गया था मानो दुनिया की साड़ी खुशियां ही मिल गयी हों
एक वक़्त था .. मानो ऐसा लग रहा था रब ने मेरी सुन ली हो
एक वक़्त था … जब हम फ्रेंड्स बन गए थे
एक वक़्त था .. जब सुबह, उसकी फोटो देख के होती थी
एक वक़्त था .. जब उसकी एक ही फोटो को सौ सौ बार देखा जाता था
एक वक़्त था … जब दो मिनट बात करके भी दिन भर खुश रहा जाता था
एक वक़्त था … जब उसके ऑनलाइन आने का घंटों वेट किया जाता था
एक वक़्त था .. जब हम बोलते रहते थे और वो सुनता रहता था
एक वक़्त था … जब एक दिन भी उसकी फोटो देखे बिना रहा नहीं जाता था
एक वक़्त था … जब सिर्फ दिल की सुनी जाती थी
एक वक़्त था .. जब दिल और दिमाग पर सिर्फ उसी का राज होता था
एक वक़्त था .. जब उसकी फोटो न देखो तो दिन सूना सूना सा लगता था
एक वक़्त था .. जब हम उसे अपनी बातों से बोर किया करते थे और उसका रिप्लाई हाँ हूँ हम्म में ख़तम हो जाया करता था
एक वक़्त था .. जब हम दोनों ने प्यार का इज़हार कर दिया था
एक वक़्त था .. जब फ़ोन पे घंटों बात हुआ करती थी
एक वक़्त था .. जब उसका और मेरा रास्ता अलग हो गया था
और एक आज का वक़्त है.. जब उसके होने या न होने से कोई फरक नहीं पड़ता
और एक आज का वक़्त है.. जब दिल में उसके लिए एक भी जगह नहीं है
और एक आज का वक़्त है.. जब हम फिर से अजनबी हो चुके हैं..
© Aditi Jha