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Love's fascination
मुझसे इतना लगाव न लगा,
मैं तेरा मुस्तकबिल नहीं हूँ।
मैं तेरा दिन नहीं हूँ,
शाम हूँ साहिल नहीं हूँ ।
अंधेरी रात हूँ मायूसी हूँ,
मंजिल नहीं हूँ ।
ख्वाब हूँ परछाईं हूँ
पर हकीकत नहीं हूँ
तेरे साथ चलूंगा मैं पर
तेरा हमसफ़र नहीं हूँ।
मैं तेरा दिन नहीं हूँ
शाम हूँ साहिल नहीं हूँ
अंधेरी रात हूँ मयूसी हूँ
मंजिल नहीं हूँ।
#riziquotes
© rizi
मैं तेरा मुस्तकबिल नहीं हूँ।
मैं तेरा दिन नहीं हूँ,
शाम हूँ साहिल नहीं हूँ ।
अंधेरी रात हूँ मायूसी हूँ,
मंजिल नहीं हूँ ।
ख्वाब हूँ परछाईं हूँ
पर हकीकत नहीं हूँ
तेरे साथ चलूंगा मैं पर
तेरा हमसफ़र नहीं हूँ।
मैं तेरा दिन नहीं हूँ
शाम हूँ साहिल नहीं हूँ
अंधेरी रात हूँ मयूसी हूँ
मंजिल नहीं हूँ।
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