यह दूषित पानी पीकर
वॉटर, पानी, नीर, जल,
पता नहीं कितने है मेरे नाम,
मुझसे ही मनुष्य के बनते हैं सब काम,
मेरे बिना मनुष्य नहीं जीवित रह पाता,
फिर भी...
पता नहीं कितने है मेरे नाम,
मुझसे ही मनुष्य के बनते हैं सब काम,
मेरे बिना मनुष्य नहीं जीवित रह पाता,
फिर भी...