शब्दो से।
"राधा रमण"
शब्दो से सब टूट गया।
जो खिलना था, वो रूठ गया।
शब्दो से साफ नहीं ।
मिट्टी जैसी आश नहीं।
कुछ सिच के कुछ उगा नहीं सकता।
लब्जो से सब बता नहीं सकता।
जो बताया वो सब खाश नहीं। ...
शब्दो से सब टूट गया।
जो खिलना था, वो रूठ गया।
शब्दो से साफ नहीं ।
मिट्टी जैसी आश नहीं।
कुछ सिच के कुछ उगा नहीं सकता।
लब्जो से सब बता नहीं सकता।
जो बताया वो सब खाश नहीं। ...