आज कुछ अनोका।।
आज ना जाने क्यों ,
दिल दिल से बात करने लगा।।
कहने लगा कुछ अनमोल बातें,
जिनका जिक्र शायद नहीं थी कहीं।।
हर शब्द एक चिंगारी थी,
जो आतीथ को राक बना देती।।
सालो से जो शोर था,
वो सन्नाटा में बदल गया।।
दिल की धड़कन बी इतनी जोर से
सुनाई दे रही थी जैसे कोई बादल घरज
रहे हो।।
सारी खुशियां बहा ले गई वो बारिश,
यह कहु या फिर ये की अब असली
खुशियोंका आगमन होने वाला है। ।
दिल की बात दिल से होने लगी आज
मिटने को है सारी शिकायते ,उम्मीद है
आने वाला कल एक नया रोशनी लेकर आएगा।।
© saధना🖌️
दिल दिल से बात करने लगा।।
कहने लगा कुछ अनमोल बातें,
जिनका जिक्र शायद नहीं थी कहीं।।
हर शब्द एक चिंगारी थी,
जो आतीथ को राक बना देती।।
सालो से जो शोर था,
वो सन्नाटा में बदल गया।।
दिल की धड़कन बी इतनी जोर से
सुनाई दे रही थी जैसे कोई बादल घरज
रहे हो।।
सारी खुशियां बहा ले गई वो बारिश,
यह कहु या फिर ये की अब असली
खुशियोंका आगमन होने वाला है। ।
दिल की बात दिल से होने लगी आज
मिटने को है सारी शिकायते ,उम्मीद है
आने वाला कल एक नया रोशनी लेकर आएगा।।
© saధना🖌️
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