मैं भारत का हिस्सा हूं
मैं भारत का हिस्सा हूं
मैं भारत का एक हिस्सा हूं गुजरा हूं किस्सा हूं मैं भारत का लोकतंत्र हूं मैं पिछड़ा शोषित दलित हूं मैं अगड़ा सभ्य समाज हूं मैं ही भारत का संविधान हूं मैं ही छुआ-छूत हूं मैं यही भेद-भाव हूं मैं न्याय करता संविधान रचयिता डॉक्टर अंबेडकर हूं न्याय के लिए तरसा घर के लिए तरसा भोजन पानी खाट समाज के लिए भी तरसा आखिर अंत में स्वतंत्रता मिल गई शब्द भेद भाव मिट गए जब निर्धारित हुआ संविधान सबको सब अधिकार मिल गया तो फिर क्यों भारत में आज भी जगह-जगह समाज सामना कर रहा है आज भी जोर जुल्म जबरदस्ती खेल रहा है भारत का दुर्भाग्य देखो आजादी के 75 वर्षों के बाद भी रंग धर्म जाति पर जंग छिड़ी हुई है इसका जिम्मेवार हम और आप भी हैं दंगा फसाद भेदभाव शिष्टाचार ए सब आज भी भारत के हिस्सा हैं देश के आजादी में अनगिनत लोग शहीद हुए भूतों का नाम तक नहीं पता बाहुतों ने गुमनामी में जीवन गुजार दी आजादी की खातिर ना जाने कितनों ने हंस-हंसकर फांसी के फंदे को चूम लिया और आज उनकी आत्मा को क्या शांति मिल गई क्या आज भी भारत आजाद होकर भी गुलाम है आज भी भारत में स्वतंत्र नहीं है हम आज भी वही गुजरा हुआ हिस्सा हूं भेदभाव जाति पाती हो चिन्हित भ्रष्टाचार यह सब भारत के आज भी हिस्सा है मैं भारत का...
मैं भारत का एक हिस्सा हूं गुजरा हूं किस्सा हूं मैं भारत का लोकतंत्र हूं मैं पिछड़ा शोषित दलित हूं मैं अगड़ा सभ्य समाज हूं मैं ही भारत का संविधान हूं मैं ही छुआ-छूत हूं मैं यही भेद-भाव हूं मैं न्याय करता संविधान रचयिता डॉक्टर अंबेडकर हूं न्याय के लिए तरसा घर के लिए तरसा भोजन पानी खाट समाज के लिए भी तरसा आखिर अंत में स्वतंत्रता मिल गई शब्द भेद भाव मिट गए जब निर्धारित हुआ संविधान सबको सब अधिकार मिल गया तो फिर क्यों भारत में आज भी जगह-जगह समाज सामना कर रहा है आज भी जोर जुल्म जबरदस्ती खेल रहा है भारत का दुर्भाग्य देखो आजादी के 75 वर्षों के बाद भी रंग धर्म जाति पर जंग छिड़ी हुई है इसका जिम्मेवार हम और आप भी हैं दंगा फसाद भेदभाव शिष्टाचार ए सब आज भी भारत के हिस्सा हैं देश के आजादी में अनगिनत लोग शहीद हुए भूतों का नाम तक नहीं पता बाहुतों ने गुमनामी में जीवन गुजार दी आजादी की खातिर ना जाने कितनों ने हंस-हंसकर फांसी के फंदे को चूम लिया और आज उनकी आत्मा को क्या शांति मिल गई क्या आज भी भारत आजाद होकर भी गुलाम है आज भी भारत में स्वतंत्र नहीं है हम आज भी वही गुजरा हुआ हिस्सा हूं भेदभाव जाति पाती हो चिन्हित भ्रष्टाचार यह सब भारत के आज भी हिस्सा है मैं भारत का...