मोहब्बत हो गई थी
उनसे दिल लगाए बैठे रहे उन्होंने कभी आंख न मिलाई,
कितना रहे वो हम पे चिल्लाते हमने तो जुबां न हिलाई,
एक बार ही हमने जीवन में पकड़ी थी उनकी कलाई,
ख़ुदा जाने उन्हें बस मेरी इतनी सी बात रास न...
कितना रहे वो हम पे चिल्लाते हमने तो जुबां न हिलाई,
एक बार ही हमने जीवन में पकड़ी थी उनकी कलाई,
ख़ुदा जाने उन्हें बस मेरी इतनी सी बात रास न...