है यकिन इक रोज़ उन्हें हम पा लेंगे
#WritcoPoemPrompt53
है यकिन इक रोज़ उन्हें हम पा लेंगे
लाख खास हो कोई उनका..
हम उससे भी उन्हें चुरा लेंगे
रब ने लिखा है उनको हिस्से में हमारे
न दरमियां किसी को अब आने देंगे
कोई चाहे कितना भी प्यार जता ले उनसे
दिल में जगह न बनाने देंगे
लाख खास हो कोई उनका...
हम उससे भी उन्हें चुरा लेंगे
न होगी दूरी कोई अब
हर फासला यूं हम मिटा देंगे
अभी अभी तो बात बढ़ी हैं
इक दिन चाहत सारी हम जता देंगे
लाख खास हो कोई उनका...
हम उससे भी उन्हें चुरा लेंगे
#WritcoPoemPrompt54
© rupali shrivastav
है यकिन इक रोज़ उन्हें हम पा लेंगे
लाख खास हो कोई उनका..
हम उससे भी उन्हें चुरा लेंगे
रब ने लिखा है उनको हिस्से में हमारे
न दरमियां किसी को अब आने देंगे
कोई चाहे कितना भी प्यार जता ले उनसे
दिल में जगह न बनाने देंगे
लाख खास हो कोई उनका...
हम उससे भी उन्हें चुरा लेंगे
न होगी दूरी कोई अब
हर फासला यूं हम मिटा देंगे
अभी अभी तो बात बढ़ी हैं
इक दिन चाहत सारी हम जता देंगे
लाख खास हो कोई उनका...
हम उससे भी उन्हें चुरा लेंगे
#WritcoPoemPrompt54
© rupali shrivastav