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रंग बरसे
गली गली मोहल्ले होली का "रंग बरसे",
साजन के बिना देखो सजनी है तरसे।
रंगने का वादा मुझसे कर वो नहीं आये,
बिन देखे प्रियतम को जैसे प्राण है जाये।
तेरी प्रीत का रंग मुझ पर ऐसा चढ़े,
रगड़ रगड़ कर धोये मगर कभी न छूटें।
सतरंगों सा ये पावन प्रेम मुझसे है तेरा,
रंग बिरंगी हुआ ये कोरा सा जीवन मेरा।
पीला,लाल,गुलाल "रंग बरसे" हर होली,
बस तुझ संग खेलूं मैं होली ओ मेरे हमजोली।
लेखक_#shobhavyas
#Writco
#writcoaap
साजन के बिना देखो सजनी है तरसे।
रंगने का वादा मुझसे कर वो नहीं आये,
बिन देखे प्रियतम को जैसे प्राण है जाये।
तेरी प्रीत का रंग मुझ पर ऐसा चढ़े,
रगड़ रगड़ कर धोये मगर कभी न छूटें।
सतरंगों सा ये पावन प्रेम मुझसे है तेरा,
रंग बिरंगी हुआ ये कोरा सा जीवन मेरा।
पीला,लाल,गुलाल "रंग बरसे" हर होली,
बस तुझ संग खेलूं मैं होली ओ मेरे हमजोली।
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