दिल ही दिल में
दिल में नहीं जगह रही
तूने कुछ भी कहा नहीं
कुछ तो हुआ है ऐसा
मुझे और तुझे पता नहीं
देखने को तरसे है नैना
और नजदीकियां घटती रही
दिल मिलने को तड़पे भी
पर दूरियां बढ़ती रही
अब हो क्या मेरे ख़ुदा
जब मेरा यार ही मेरा नहीं
तूने कुछ भी कहा नहीं
कुछ तो हुआ है ऐसा
मुझे और तुझे पता नहीं
देखने को तरसे है नैना
और नजदीकियां घटती रही
दिल मिलने को तड़पे भी
पर दूरियां बढ़ती रही
अब हो क्या मेरे ख़ुदा
जब मेरा यार ही मेरा नहीं