कभी कभी ज़िंदगी में
कभी कभी ज़िंदगी में होती
महसूस मुझ को तेरी कमी
बिस्तर पड़ी हुई सिलवटें बहुत
आंखों में देखो छुपाई हमने नमी
तन्हा...
महसूस मुझ को तेरी कमी
बिस्तर पड़ी हुई सिलवटें बहुत
आंखों में देखो छुपाई हमने नमी
तन्हा...